बांदा, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . Uttar Pradesh के बुंदेलखंड इलाके के जनपद बांदा में बड़ोखर खुर्द गांव में 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक 27वां जीवन विद्या सम्मेलन का आयाेजन हाेने जा रहा है. इस बार का सम्मेलन विशेष हाेगा और इसमें देश के 18 राज्यों के अलावा बेल्जियम और नेपाल से भी बुद्धिजीवी, किसान, शिक्षाविद और जीवन प्रणेता एक मंच पर अपने-अपने विचार साझा करेंगे.
सम्मेलन का विषय “मध्यस्थ दर्शन और आवर्तनशीलता ही परंपरा का आधार” है. इस विषय पर चार दिनों तक 12 सत्रों में गहन मंथन और संवाद होगा. आयोजन स्थल बांदा-Prayagraj हाईवे से लगभग पांच किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध प्रगतिशील किसान प्रेम सिंह की बगिया (कृषि फार्म) है. यहां ग्रामीण परिवेश में साधारण पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसमें लगभग 800 किसान और विशेषज्ञ शामिल होंगे. देश-विदेश से आने वाले आगंतुक आसपास के गांवों में ठहरेंगे.
इस अवसर पर जीवन विद्या के प्रणेता सोम त्यागी (रायपुर), पद्म भारत भूषण त्यागी (बुलंदशहर), शिक्षाविद अशोक गोपाला (देहरादून) और प्रो. गणेश बागड़िया (कानपुर) जैसे प्रतिष्ठित वक्ता अपने विचार साझा करेंगे.
किसान प्रेम सिंह के अनुसार सम्मेलन में पर्यावरण संतुलित खेती, मानवता-आधारित शिक्षा व्यवस्था और वर्ग-विहीन समाज निर्माण जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा होगी. साथ ही चौपाल, सामूहिक गोष्ठियां और विषयवार अध्ययन सत्र भी आयोजित किए जाएंगे.
कार्यक्रम के दौरान “प्लेस ऑफ पॉसिबिलिटी” के अंतर्गत एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें देसी बीज बैंक, स्थानीय उत्पाद, क्राफ्ट, दाना भवन, लाइब्रेरी और स्थानीय कौशल से जुड़ी झलकियां प्रस्तुत की जाएंगी. यह सम्मेलन न केवल आवर्तनशील खेती के वैज्ञानिक और सामाजिक पहलुओं पर विचार का मंच बनेगा, बल्कि ग्रामीण जीवन और सतत विकास की दिशा में एक प्रेरक प्रयास भी साबित होगा.
————-
(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
You may also like

NMDC Vacancy 2025: एनएमडीसी में ITI, डिप्लोमा और ग्रेजुएट्स के लिए सीधी भर्ती, भरे जाएंगे 150+ पद

उसे खुद ब खुद दफन हो जाने दो... 'जूता कांड' पर सुप्रीम कोर्ट ने कह दी बड़ी बात

8 साल साथ रहने के बाद 2 बच्चों को भी छोड़ प्रेमी संग फरार हुई पत्नी, पति ने जहर खा जान दे दी

सीएमएस का विवादित बयान पड़ा भारी, सरकार पर टिप्पणी के बाद निलंबित

एलआईसी-अदाणी रिपोर्ट के समय पर विशेषज्ञों ने उठाए सवाल, कहा- बिहार चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश




