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डमी खातेदार बनाकर भूमि हड़पने का मामला: सविना पुलिस ने 2 अभियुक्त गिरफ्तार

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उदयपुर, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). थाना सविना पुलिस ने मूल खातेदार की जगह डमी खातेदार बनाकर फर्जी मुख्तियारनामा बनाकर भूमि बेची जाने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर व्यापक अनुसंधान शुरू कर दिया है. शिकायत 02.09.2025 को अनिल पुनामिया द्वारा दी गई थी, जिसमें उन्होंने अपनी राजस्व ग्राम तितरडी के रूपरजत नगर/विहार में स्थित कृषि भूमि हड़पने का आरोप लगाया था. शिकायत के आधार पर प्रकरण संख्या 349/2025 धारा 318(4), 329(3) बी.एन.एस. में दर्ज कर अनुसंधान आरम्भ किया गया था.

प्रार्थी की रिपोर्ट के अनुसार अभियुक्तों ने पूर्व में सोची-समझी योजना के तहत मूल खातेदारों की जगह डमी खातेदार बनाकर फर्जी मुख्तियारनामा आम निष्पादित कराए. फिर उन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रार्थी की जमीन को अलग-अलग भूखंडों में बाँटकर कई खरीदारों को बेच दिया गया और रकम हड़प ली गई. जांच में यह भी पाया गया कि अभियुक्तगण ने फर्जी भू-खण्ड संख्या अंकित कर विक्रय-पत्र जारी किए, जिससे प्रार्थी को भारी आर्थिक तथा कानूनी क्षति पहुँची.

जिला Superintendent of Police , उदयपुर योगेश गोयल के निर्देशानुसार अतिरिक्त Superintendent of Police (शहर) उमेश ओझा तथा वृताधिकारी वृत नगर पूर्व छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी राव अजय सिंह (थाना सविना) के नेतृत्व में टीम द्वारा मुखबीर सूचना व तकनीकी संसाधनों की सहायता से आरोपियों को डिटेन कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया. टीम ने वांछित भू-माफिया अभियुक्तगण में से निम्नलिखित दो आरोपियों को हिरासत में लिया है:

  • महेन्द्र कुमार स/पु. स्व. मोहनलाल लौहार, उम्र 46 वर्ष, निवासी नोखा रोड, मोती वाटिका के पास, पानेरियो की मादडी, थाना हिरणमगरी, उदयपुर.

  • अनिल जैन स/पु. मांगीलाल जैन, उम्र 50 वर्ष, निवासी मकान सेक्टर 04, हिरणमगरी, थाना हिरणमगरी, जिला उदयपुर.

  • अनुसंधान में आरोपीगणों के विरुद्ध धारा 318(4), 329(3), 316(2), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बी.एन.एस.2023 के तहत जुर्म प्रमाणित पाया गया है और गिरफ्तार अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है. पुलिस आरोपीगण से गहनता से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे कब से इस तरह के अपराधों में संलिप्त थे और उनके साथ और कौन-कौन सह अभियुक्त जुड़े हुए थे. मामले से जुड़ी फर्जी रजिस्ट्री, मुख्तियारनामा व अन्य दस्तावेजों की forensic एवं रिकॉर्ड जांच जारी है.

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