हरिद्वार, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिवरात्रि के दिन गंगाजल चढ़ाने की वेला जैसे-जैसे समीप आ रही है, तीर्थनगरी हरिद्वार में श्रद्धा का समंदर उमड़ रह़ा है। हजारों कांवड़िए जल भरकर वापस लौटने की तैयारी में हैं, लेकिन रात्रि का समय जैसे एक आध्यात्मिक महोत्सव में तब्दील हो गया है। जहां विभिन्न प्रकार की मनमोहक कांवड़ बाबा भोले के प्रति कांवड़ियाें की श्रद्धा और आस्था को प्रकट कर रही हैं।
हरिद्वार से गुजरतीं विशालकाय कावड़ें, रंग-बिरंगी लाइटों, सजावटी झूमरों, और इलेक्ट्रॉनिक साउंड सिस्टम से सुसज्जित होकर भव्य शिव मंदिर के रूप में ही दृश्यमान हो रही हैं। लोग घंटों सड़क किनारे खड़े होकर इन मनमोहक विशाल कावड़ों को देखने के लिए भीड़ में आ रहे हैं। इन विशालकाय कावड़ों को सजाने-संवारने में लाखों रुपये खर्च हुए हैं। कई भक्तों ने महीनों पहले से अपनी कावड़ों को दिव्य रूप देने की तैयारी शुरू कर दी थी। हर कावड़ में शिवभक्ति की लगन की झलक दिखायी दे रही है। समूची नगरी कांवड़ियाें के जयघोष से गुंजायमान है और श्रद्धा-भक्ति सड़कों पर दौड़ती हुई कांवड़ियाें के रूप में दिखायी दे रही है। वहीं कांवड़ियाें की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
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