अनूपपुर, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । कई दिनों तक अनूपपुर जिले की सीमा से डिंडोरी,उमरिया एवं शहडोल जिले में विचरण कर रहे चार हाथियों का समूह गुरुवार की सुबह एक बार पुन: अनूपपुर जिले के अहिरगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत पूर्व एवं पश्चिम कठौतियां बीट के जंगल में डेरा जामायें हुए हैं। हाथी बुधवार को वन परिक्षेत्र शहडोल जिले के बुढार के हरदी में विचरण कर रहा था। हाथियों के एक बार फिर से जिले के वन क्षेंत्र में प्रवेश के बाद वन अमला निगरानी करते हुए आसपास के ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क रहने की सलाह दी है।
ज्ञात हो कि चार हाथियों का समूह 14 जून को छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में प्रवेश कर जैतहरी,अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़, राजेंद्रग्राम क्षेत्रों में निरंतर विचरण करता हुआ डिंडौंरी जिले में प्रवेश कर एक सप्ताह तक विचरण के बाद बुधवार को वन परिक्षेत्र बुढार के हरदी के क्षेत्र में विचरण कर रात के समय ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर एवं खेत,बाडियों में लगे विभिन्न प्रकार की अनाजों को अपना आहार बनाते हुए गुरुवार को अनूपपुर वन मंडल के अहिरगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत डेरा जमाया हुआ हैं। यह क्षेत्र का जंगल अनूपपुर वन मंडल में है जबकि राजस्व का क्षेत्र शहडोल जिले में आता है।
एक बार पुन:हाथियों के प्रवेश कर जाने से वन परिक्षेत्र लोग के हाथियों के ठहराव एवं विचरण क्षेत्र पर निगरानी रखते हुए आसपास के ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क रहने की अपील करते हुए वन क्षेत्र से लगे ऐसे व्यक्तियों को जो बीच गांव बस्ती से अलग खेत एवं अन्य स्थानों पर कच्चे मकान बनाकर रह रहे हैं को शाम का समय होते ही जान,माल की रक्षा हेतु बीच गांव बस्ती में जाकर पक्के मकानो मे रहने की बात कही है हाथियों का दल गुरुवार की रात किस ओर विचरण करेगा या रात होने पर ही स्पष्ट तौर पर पता चल सकेगा।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
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