– प्रदेश में बारिश के तीन स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव, पूर्वी हिस्से में ज्यादा असर
भोपाल, 6 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है, तो वहीं बाढ़ जैसे हालात भी बन गए हैं। प्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में सबसे ज्यादा खतरा है। शनिवार को शिवपुरी, शहडोल, नरसिंहपुर, श्योपुर में कई गांव और शहर जलमग्न हो गए। नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बही तो उमरिया के जौहिला डैम के गेट खोलने पड़े। रविवार को भी 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, दोपहर में जबलपुर के बरगी बांध के गेट खोले जाएंगे। 5000 क्यूमेक जल निकासी होगी, जिससे नर्मदा के घाटों पर 4 से 5 फीट पानी की बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में बारिश के 3 स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हैं। इनमें दो ट्रफ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है। इस वजह से अगले चार दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। यह सीजन का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। रविवार को जबलपुर, सागर, दमोह, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में भी बारिश का दौर बना रहेगा।
मध्य प्रदेश में शनिवार को तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, सीधी, उमरिया, जबलपुर, सागर, नरसिंहपुर, शिवपुरी, शहडोल, इंदौर, मैहर, शाजापुर, धार, श्योपुर, रायसेन, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, उज्जैन, देवास, सीहोर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, मऊगंज, रीवा, सतना, मंडला, रतलाम, दमोह, छतरपुर, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, गुना, खरगोन में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को सीधी में 2 इंच, सागर में पौने 2 इंच, रीवा-सतना में 1 इंच, मंडला में पौन इंच, भोपाल, उज्जैन, शाजापुर, रायसेन, रतलाम, छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर में आधा इंच बारिश हुई। वहीं, अन्य जिलों में हल्की बारिश हुई।
बारिश की वजह से उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोले गए। दोनों गेट को एक-एक मीटर खोलकर पानी छोड़ा गया। सागर से बेगमगंज और ग्यारसपुर जाने वाला मार्ग नदियों में बाढ़ के कारण बंद हो गया। नरसिंहपुर में स्टेट हाईवे-22 पर पुलिया धंस गई। लोग रस्सी के सहारे शक्कर नदी पार करते रहे। वहीं, डिंडौरी में जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर खेत की मिट्टी बहकर आ गई। यहां वाहन कीचड़ में फंसते रहे।
वहीं, शिवपुरी में बैराड़ के कई गांवों में बाढ़ आ गई। घरों में पानी भर गया है। जोराई गांव में सड़क पर खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गईं। श्योपुर जिले के बेनीपुरा गांव में क्वारी नदी का पानी गांवों में घुस गया। करीब 20 घरों में पानी भर गया, जिससे गृहस्थी का सामान खराब हो गया। नरसिंहपुर में भी बरमान घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने यहां किनारे पर बसे लोगों को घर खाली करने के लिए कहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी 9 जुलाई तक प्रदेश के आधे हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट है। पूर्वी हिस्से में सिस्टम का असर ज्यादा रहेगा।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
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