समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान मंगलवार (23 सितंबर 2025) को 23 महीने बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा होकर अपने घर रामपुर लौट आए। बुधवार (24 सितंबर 2025) को मीडिया से रू-ब-रू होते हुए उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए और अपनी बेबाक राय रखी। उनकी बातों ने एक बार फिर सुर्खियां बटोर ली हैं।
“मुझे सिर्फ बीवी का नंबर याद था, वो भी भूल गया”
जब आजम खान से पूछा गया कि क्या समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उनसे फोन पर बात की, तो उन्होंने मजेदार अंदाज में जवाब दिया, “यकीन मानिए, मुझे दुनिया में सिर्फ अपनी बीवी का नंबर याद था, वो भी मैं भूल गया। मेरे पास तो फोन ही नहीं था।” इस जवाब से मौजूद लोग हंस पड़े, लेकिन उनके लहजे में कहीं न कहीं गहरी बात छिपी थी।
मुकदमों पर बोले आजम: “मुझे इंसाफ की उम्मीद”
अखिलेश यादव के सपा सरकार बनने पर मुकदमे वापस लेने के बयान पर आजम खान ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इसकी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। जहां तक मुकदमों की बात है, अगर उनमें दम होता तो मैं आज जेल से बाहर न होता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, मुझे इंसाफ मिलने की पूरी उम्मीद है। एक दिन मैं बेदाग साबित हो जाऊंगा।” आजम खान का यह आत्मविश्वास उनकी बातों में साफ झलक रहा था।
अखिलेश के स्वागत पर क्या बोले आजम?
जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव ने उनकी रिहाई का स्वागत किया है, तो आजम खान ने बड़े ही नपे-तुले अंदाज में कहा, “वह मेरी पार्टी के बड़े नेता हैं। मेरे जैसे छोटे आदमी के लिए अगर वह कुछ कहते हैं, तो यह उनका बड़प्पन है।” उनके इस जवाब में कहीं न कहीं पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और विनम्रता झलक रही थी।
“सब खैरियत से रहें”
जब उनसे सवाल किया गया कि पार्टी के शीर्ष नेता और स्थानीय सांसद उनसे मिलने नहीं आए, तो आजम खान ने बड़े ही शांत लहजे में कहा, “यही कहूंगा कि सब खैरियत से रहें।” उनके इस जवाब ने सियासी गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है। क्या आजम खान के मन में कोई कसक है या यह उनकी सियासी समझदारी का हिस्सा है? यह सवाल अब हर किसी के जेहन में है।
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